फोटो -ज्योति वर्मा (गोमती नदी )
मेरे मन की पवित्रता है तुम्हारे लिए,
मेरी आत्मा की शुद्धता है तुम्हारे लिए,
कैसे कहू की मेरा समर्पण है तुम्हारे लिए,
ज़िन्दगी को संवारना है तुम्हारे लिए ,
मेरी आँखो में असीम प्रेम है तुम्हारे लिए,
तुम कहते हो की हम दोनों नदी के दो किनारे की तरह है ,
जो प्रेम रूपी अद्भुत जल से आपस में मिले हुए साथ चल रहे है,
हमारे बीच कोई दूरी नही है हमारा प्रेम हमारे बीच बह रहा है,
कितने पवित्र हो तुम, मेरा विश्वास हो तुम,
मेरी पूरी ज़िन्दगी है तुम्हारे लिए ।
मेरी आत्मा की शुद्धता है तुम्हारे लिए,
ReplyDeleteकैसे कहू की मेरा समर्पण है तुम्हारे लिए
बहुत सुन्दर भावपूर्ण उदगार
एक पवित्र अहसास सा उमड़ता है पढ़कर !
हार्दिक शुभ कामनाएं
कृपया वर्ड वैरिफिकेशन की उबाऊ प्रक्रिया हटा दें ! यूँ लगता है मानो शुभेच्छा का भी सार्टिफिकेट माँगा जा रहा हो ।
ReplyDeleteबहुत ही आसान तरीका :-
ब्लॉग के डेशबोर्ड पर जाएँ > सेटिंग पर क्लिक करें > कमेंट्स पर क्लिक करें >
शो वर्ड वैरिफिकेशन फार कमेंट्स > यहाँ दो आप्शन होंगे 'यस' और 'नो' बस आप "नो" पर टिक
कर दें >नीचे जाकर सेव सेटिंग्स कर दें !
देखा ***** कितना आसान
तुम कहते हो की हम दोनों नदी के दो किनारे की तरह है ,
ReplyDeleteजो प्रेम रूपी अद्भुत जल से आपस में मिले हुए साथ चल रहे है,
हमारे बीच कोई दूरी नही है हमारा प्रेम हमारे बीच बह रहा है,
in panktiyon ne man moh liya.....
सरल,स्वच्छ ,पावन प्रेम बस प्रेम ....बहुत सुंदर कविता है ..और फोटो भी सुंदर है.
ReplyDeleteप्यार में इतना समर्पण लाजमी है।
ReplyDeleteसुंदर कविता।
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11वाँ राष्ट्रीय विज्ञान कथा सम्मेलन।
गूगल की बेवफाई की कोई तो वजह होगी?
कितने पवित्र हो तुम, मेरा विश्वास हो तुम,
ReplyDeleteमेरी पूरी ज़िन्दगी है तुम्हारे लिए ।
सुन्दर अभिव्यक्ति और समर्पण की रचना
मेरी आत्मा की शुद्धता है तुम्हारे लिए,
ReplyDeleteकैसे कहू की मेरा समर्पण है तुम्हारे लिए
प्रेम रस की फुहार बहुत सुन्दर बधाई
शिखा जी के शब्दों सी ही बात है मन में... सुंदर !
ReplyDeleteसमर्पित प्रेम की अभिव्यक्ति सुन्दर शब्दों में
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteapka naya blog bahut accha hai jiss pad ker dil khus ho gaya....
ReplyDeleteउच्च कोटि की भाव विह्वल रचना है. धन्यवाद
ReplyDelete"कैसे कहू की मेरा समर्पण है तुम्हारे लिए," beautiful line :)
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