हम सबको जानते है पर खुद को नही
अपने लिए हमेशा अन्जान बने रहते है
हम क्या चाहते है ,क्या करना है ?
क्या ज़िन्दगी में पाना चाहते है ?
अपने लिए हमेशा अन्जान बने रहते है
हम क्या चाहते है ,क्या करना है ?
क्या ज़िन्दगी में पाना चाहते है ?
सच में कुछ भी नही जानते
बस दूसरों के लिए त्याग करना चाहते है,
सबको खुश करने के लिए खुद मारना चाहते है ,
क्या मिलेगा तुमको सब कुछ करके?
जाग जाओ अब मन की ऑंखें खोलो
तुम जी नही पाओगे जब तक खुद को नही जानोगे ,
अपने आपको स्वीकार करो,(accept yourself)
तभी दूसरों को अपना पाओगे
खुद को हर ग़लती के लिए माफ़ करना सीखो,(forgive yourself)
तभी दुनिया को एक सूत्र में बांध पाओगे ,
स्वयं से प्यार करो,(love yourself unconditionally)
तब जाकर दूसरों को प्रेम कर पाओगे.......
सबको खुश करने के लिए खुद मारना चाहते है ,
क्या मिलेगा तुमको सब कुछ करके?
जाग जाओ अब मन की ऑंखें खोलो
तुम जी नही पाओगे जब तक खुद को नही जानोगे ,
अपने आपको स्वीकार करो,(accept yourself)
तभी दूसरों को अपना पाओगे
खुद को हर ग़लती के लिए माफ़ करना सीखो,(forgive yourself)
तभी दुनिया को एक सूत्र में बांध पाओगे ,
स्वयं से प्यार करो,(love yourself unconditionally)
तब जाकर दूसरों को प्रेम कर पाओगे.......