क्या हमको जीना आता है
शायद नही............
क्यों ?
क्योंकि हमको मरने से डर लगता है इसीलिए हमको जीना नही आता। हम बस अपनी ज़िन्दगी को काट रहे है किसी भार की तरह। आज, कल , परसों , और बरसों बस जी रहे है। हमने क्या हालत बना ली है अपनी ? इतनी लापरवाही क्यों कर रहे है समझ से बाहर है। आज जो है वह कल नही होगा इसीलिए आज में जी लो? पता है आपको सब पता है पर उस पते का क्या पता जो ज़िन्दगी से लापता हो। कहने का मतलब सिर्फ़ इतना है ज़िन्दगी सुंदर कार है जो कुछ साल बाद आउट हो जायेगी उसकी जगह नई एडवांस कार आ जायेगी। तो जल्दी कीजिए ऑफर कुछ समय के लिए ही है कैश कर लीजिये नही तो आप को पछताना पड़ेगा। हमको सिर्फ़ इतना पता होना चाहिए की हम जिंदा है तो सिर्फ़ आज भर के लिए, कल तो मरना है। ज़िन्दगी का हर लम्हा बड़े सुन्दरता के साथ जीना ही अपना अंदाज़ है
na tha kuchh to khuda tha,
ReplyDeletekuchh na hota to kuda hota,
duboya mujhko hone ne
na hota gar to kya hota.
बधाई हो, आपने बहुत अच्छा लिखा है।
ReplyDeleteसुनील पाण्डेय
इलाहाबाद।
09953090154
आपने लेख का शीर्षक वाला कॉलम बंद कर रखा है इसलिये आपके लेख सीधे पहले पैरा से शुरु हो रहे हैं। आप Dasha Board में जाकर Formatting - Show Title Field में No को Yes करदें, और पोस्ट एडिटर में जाकर अपनी पुरानी पोस्ट को शीर्षक दे दें।
ReplyDeleteधन्यवाद।
॥दस्तक॥|
गीतों की महफिल|
तकनीकी दस्तक
achha andaj hai.
ReplyDeletesundar
ReplyDeleteपता है आपको सब पता है पर उस पते का क्या पता जो ज़िन्दगी से लापता हो। --YE PANKTI BAHUT ACHHI LAGI
ReplyDeletewelcome to blog world.....
ReplyDeleteswagat hai
ReplyDeletedilchasp hai aapka zindagi ka falsafa...
ReplyDeleteआपका लेख पड्कर अछ्छा लगा, हिन्दी ब्लागिंग में आपका हार्दिक स्वागत है, मेरे ब्लाग पर आपकी राय का स्वागत है, क्रपया आईये
ReplyDeletehttp://dilli6in.blogspot.com/
मेरी शुभकामनाएं
चारुल शुक्ल
http://www.twitter.com/charulshukla
It is good to see your comments on the philosophy of life
ReplyDeleteSpeech given by Chetan Bhagat in Symbiosis ...must read.....
ReplyDelete"Life is one of those races in nursery school where you have to run with a marble in a spoon kept in your mouth. If the marble falls, there is no point coming first. Same with life, where health and relationships are the marble.. Your striving is only worth it if there is harmony in your life. Else, you may achieve the success, but this spark, this feeling of being excited and alive, will start to die.
One thing about nurturing the spark - don't take life seriously. Life is not to be taken seriously, as we are really temporary here. We are like a pre-paid card with limited validity. If we are lucky, we may last another 50 years. And 50 years is just 2,500 weekends. Do we really need to get so worked up?
It's ok, bunk a few classes, goof up a few interviews, take leave from
work, fall in love. We are people, not programmed devices........." :)
"Don't be serious, be sincere.”!
Start Enjoying Life from this moment on................