पता है आजकल जब किसी से प्यार करो वह भाव नही देता।किसी को किसी के प्यार की कोई कीमत नही है। टेलीविजन, फिल्मोंमें तो प्यार के कितने ही रूप दिखाए जाते है। प्यार में मर मिटने ,वादे को निभाने, साथी को खुश रखने, और उसकी खुशियों को बरक़रार रखने की कोशिश में सारे रिश्ते नाते तोड़ देना। कितना अटूट ,असीम प्यार दिखाया जाता है पर असल ज़िन्दगी की हकीकत इससे बहुत परे है। आम आदमी ज़िन्दगी के ज़द्दोजहत में प्यार ,परवाह ,चाहत ,समर्पण सब को पीछे छोड़करसिर्फज़िन्दगी को कमाकर चला जाता है । वह किसी के लिए ये नही गाता मैं बारिश कर दूँ पैसों की जो तू हो जाये मेरी'। कल हमने फिल्म देखी जो एक नज़र के प्यार को ही बयां करती है जो अपने प्यार को पाने के लिए सब कुछ छोड़ने को तैयार थे । इसी प्यार के चक्कर में अंत में मर भी जाते है। बस एक ही बात आज तक हमारी समझ में नही आई कि क्या सच में कोई किसी के लिए इतना करता होगा जबकि दोनों पैसों से ही प्यार करते थे। वाकई में कभी कभी तो बड़ी कोफ़्त होती है कि क्यों फिल्मकार इतना ज्यादा किसी चीज़ को कल्पना से परे बताता है जिसका सच्चाई से दूर दूर तक का नाता नही होता ।हमारे लिए प्यार के कोई मायने नही है सिवाय एक सुन्दर अहसास के और अहसासों की जगह किस की ज़िन्दगी में है ये सब को पता है। कभी कभी हमे लगता है कि प्यार सिर्फ कहने सुनाने और देखने में ही अच्छा लगता है । असल में प्यार कभी किया नही जा सकता है। शराब का नशा और प्यार की मदहोशी बस थोड़ी देर तक ही रहता है । हाँ ये सच है की प्यार के बिना जीना भी मुश्किल है। प्यार कभी अपनी मंजिल तय नही करता क्योकि प्यार में सिर्फ रास्ते है।
हाँ प्यार पहली नज़र में ज़रूर होता है। कभी- कभी किसी की निगाहों में इतनी चाहत होती है दिल खुद बा खुद उस ओर खींचता है 'देखा तेरी मस्त निगाहों में ,शोखीहै गज़ब की , शरारत है ! '
बोलो ना प्यार क्या होता है ? बस में नही जो शायद वही प्यार है ! प्यार खोने और पाने के बीच सिर्फ एक पल का फासला होता है । कभी कभी सामने से निकल जाता है और हम पहचान नही पाते । कभी पाकर भी खो जाता है । प्यार पर किसी का बस नही होता है। किसी के लिए सब कुछ समर्पण करने का मन करता है पर जो आपको चाहता है उससे दो मीठे बोल भी नही बोले जा सकते।
कभी ना कभी प्यार का अहसास सब ने किया होता है । सबने इस दुःख के दरिया में एक बार ज़रूर डुबकी लगायी होगी और इसमें तैरने को भी हाथ पैर भी मारे होंगे । पर कुछ ही इस खेल के सच्चे खिलाडी होते हैबाकि सब वापसी के लिए हाथ पैर चालने लगते है । कुछ तो इसके चक्कर से कोसों दूर रहते है और दूर से इसका मज़ा लेते है। कुछ लोग प्यार को मजाक समझते है । कुछ लोग प्यार को किसी के तन को पाने का जरिया बनाते है।
यहाँ प्यार के खेल में कोई लिखे नियम कानून नही है।
कभी तू छलिया लगता है ,कभी आवारा लगता है ......कभी तू जुगुनू लगता है ,कभी तू जंगली लगता हैतू जो अच्छा समझे ये तुम पे छोड़ा है ।
कितनाहसीन है ये सपना कि किसी के प्यार की मंजिल हम होंगे। कोई तो होगा जो सिर्फ हमको चाहेगाऔर न जाने क्या क्या हम सोच बैठते है। पर दुनिया में सच्चा प्यार मिलना बड़ा कठिन है । शायद हम पूरी ज़िन्दगी इसी वजह से परेशां भी रहते है। प्यार की बेकरारी के लिए कहीं चैन नही है।
प्यार में आदमी बड़ी जल्दी नाम कमा लेता है। अगर दुनिया की नज़रों में आना है तो प्यार में पड़ के जल्दी से प्रसिद्ध हो सकते है। दूसरों के प्यार के बारे में जानने के लिए लोग कितने उत्सुक रहते है पर अपने प्यार को दुनिया की नज़रों से बचाने के लिए सब नौटंकी करते है । अपने प्रेमी -प्रेमिका को कजिन या दोस्त बताते है।
ये मेरा दिल प्यार का दीवाना, दीवाना दीवाना प्यार का परवाना ......
मुहब्बत तो एक रंगबाजी है जो पुरानी होकर भी बड़ी ताज़ी लगती है। मुहब्बत में तो लोग सब कुछ लुटते -लुटाते है। हर बार जब आपकी ज़िन्दगी में प्यार की एंट्री होती है तो दिल गाता है क्या करू हाय कुछ कुछ होता है.....
इश्क अजीब सा अहसास है जो कभी ख़ुशी ,ग़म ,पछतावा ,जूनून और तन्हाई देता है। ये इतना पावन और सच्चा भी होता है। पीड़ा और दर्द का सैलाब प्यार भरे दिल में हमेशा रहता है। अगर प्यार में आंसू गिरते है तो वो मोती बन जाते है और ज़िन्दगी भर यादों में रहते है ।
बस प्यार तो खोना और पाना है।
हाँ प्यार पहली नज़र में ज़रूर होता है। कभी- कभी किसी की निगाहों में इतनी चाहत होती है दिल खुद बा खुद उस ओर खींचता है 'देखा तेरी मस्त निगाहों में ,शोखीहै गज़ब की , शरारत है ! '
बोलो ना प्यार क्या होता है ? बस में नही जो शायद वही प्यार है ! प्यार खोने और पाने के बीच सिर्फ एक पल का फासला होता है । कभी कभी सामने से निकल जाता है और हम पहचान नही पाते । कभी पाकर भी खो जाता है । प्यार पर किसी का बस नही होता है। किसी के लिए सब कुछ समर्पण करने का मन करता है पर जो आपको चाहता है उससे दो मीठे बोल भी नही बोले जा सकते।
कभी ना कभी प्यार का अहसास सब ने किया होता है । सबने इस दुःख के दरिया में एक बार ज़रूर डुबकी लगायी होगी और इसमें तैरने को भी हाथ पैर भी मारे होंगे । पर कुछ ही इस खेल के सच्चे खिलाडी होते हैबाकि सब वापसी के लिए हाथ पैर चालने लगते है । कुछ तो इसके चक्कर से कोसों दूर रहते है और दूर से इसका मज़ा लेते है। कुछ लोग प्यार को मजाक समझते है । कुछ लोग प्यार को किसी के तन को पाने का जरिया बनाते है।
यहाँ प्यार के खेल में कोई लिखे नियम कानून नही है।
कभी तू छलिया लगता है ,कभी आवारा लगता है ......कभी तू जुगुनू लगता है ,कभी तू जंगली लगता हैतू जो अच्छा समझे ये तुम पे छोड़ा है ।
कितनाहसीन है ये सपना कि किसी के प्यार की मंजिल हम होंगे। कोई तो होगा जो सिर्फ हमको चाहेगाऔर न जाने क्या क्या हम सोच बैठते है। पर दुनिया में सच्चा प्यार मिलना बड़ा कठिन है । शायद हम पूरी ज़िन्दगी इसी वजह से परेशां भी रहते है। प्यार की बेकरारी के लिए कहीं चैन नही है।
प्यार में आदमी बड़ी जल्दी नाम कमा लेता है। अगर दुनिया की नज़रों में आना है तो प्यार में पड़ के जल्दी से प्रसिद्ध हो सकते है। दूसरों के प्यार के बारे में जानने के लिए लोग कितने उत्सुक रहते है पर अपने प्यार को दुनिया की नज़रों से बचाने के लिए सब नौटंकी करते है । अपने प्रेमी -प्रेमिका को कजिन या दोस्त बताते है।
ये मेरा दिल प्यार का दीवाना, दीवाना दीवाना प्यार का परवाना ......
मुहब्बत तो एक रंगबाजी है जो पुरानी होकर भी बड़ी ताज़ी लगती है। मुहब्बत में तो लोग सब कुछ लुटते -लुटाते है। हर बार जब आपकी ज़िन्दगी में प्यार की एंट्री होती है तो दिल गाता है क्या करू हाय कुछ कुछ होता है.....
इश्क अजीब सा अहसास है जो कभी ख़ुशी ,ग़म ,पछतावा ,जूनून और तन्हाई देता है। ये इतना पावन और सच्चा भी होता है। पीड़ा और दर्द का सैलाब प्यार भरे दिल में हमेशा रहता है। अगर प्यार में आंसू गिरते है तो वो मोती बन जाते है और ज़िन्दगी भर यादों में रहते है ।
बस प्यार तो खोना और पाना है।